मगही
From विकिपीडिया
मगही या मागधी भाषा भारत के मध्य पूर्व में बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है । इसका निकट का संबंध भोजपुरी और मैथिली भाषा से संबंध है और अक्सर ये भाषाएँ एक ही साथ बिहारी भाषा के रूप में रख दी जाती हैं । इसे देवनागरी लिपि में लिखा जाता है । मगही बोलनेवालों की संख्या (2002) लगभग १ करोड़ ३० लाख है । मुख्य रूप से यह बिहार के गया, पटना, राजगीर और नालंदा के इलाकों में बोली जाती है ।
मगही का धार्मिक भाषा के रूप में भी पहचान है । कई जैन धर्मग्रंथ मगही भाषा में लिखे गए हैं । मुख्य रूप से वाचिक परंपरा के रूप में यह आज भी जीवित है ।
मगही भाषा में विशेष योगदान हेतु सन् 2002 में डॉ.रामप्रसाद सिंह को साहित्य अकादमी भाषा सम्मान दिया गया ।
मगही संस्कृत भाषा से जन्मी हिन्द आर्य भाषा है ।
[बदलें] बाहरी कड़ियाँ
मगही का भाषिक स्वरुप और उसका साहित्यिक विकास
संयुक्त राष्ट्रसंघ की मानवाधिकार घोषणा - मगही रूपांतर
मगही में बाइबिल (1818) का नमूना पृष्ठ
दक्षिण एशियाई भाषाओं की प्राथमिकता का निश्चय - प्रारूप रिपोर्ट ( जून 2005)