दिल्ली
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विभाग | राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र |
देश | भारत |
प्रदेश | दिल्ली |
जिला | दिल्ली जिला |
भाषा | हिन्दी, उर्दू, पंजाबी और अंग्रेज़ी एवं अन्य भारतीय भाषायें |
समय क्षेत्र | जी एम टी+५:३० |
महत्व | भारत की राजधानी, अलग प्रदेश , भारत का दूसरा बड़ा महानगर , औधोगिक और सूचना तकनीक केन्द्र, आधुनिकतम शिक्षा केन्द्र, सत्ता और राजनीति की धुरी |
जन्संख्या -कुल |
13,850,507 (2001)[1] |
साक्षरता दर - कुल |
81.7%[2] |
क्षेत्रफल | 1483 km2 |
पिन | 110 xxx |
मुख्य मंत्री | शीला दीक्षित |
सत्ताधारी पार्टी | कॉन्ग्रेस |
मुख्य राजनीतिक पार्टी | कॉन्ग्रेस , बी जे पी |
दिल्ली, जो अंग्रेज़ी में डेल्ही या "डेली"(Delhi) नाम से जानी जाती है, आस पास के कुछ जिलों के साथ भारत का राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र है । इसमें नई दिल्ली सम्मिलित है जो कि ऐतिहासिक पुरानी दिल्ली के बाद बसा था जहां केन्द्र सरकार की कई प्रशासन संस्थायें हैं । औपचारिक रूप से नई दिल्ली भारत की राजधानी है ।
दिल्ली १४८३ वर्ग किलोमीटर (५७२ वर्ग मील) में फैली है, यहां की जनसंख्या लगभग १.४ करोड है । यहां बोली जाने वाली मुख्य भाषायें है: हिन्दी, उर्दू, पंजाबी, और अंग्रेज़ी|
दिल्ली का ऐतिहासिक महत्व उत्तर भारत में इसके स्थान पर है । इसके दक्षिण पश्चिम में अरावली पहाड़ियां और पश्चिम में यमुना नदी है, जिसके किनारे यह बसा है । यह प्राचीन समय के गंगा के मैदान से होकर जानेवाले वाणिज्य पथों के रास्ते में पड़ने वाला मुख्य पड़ाव था ।
अनुक्रमणिका |
[बदलें] इतिहास
पारंपरिक रूप से भारतीय महाकाव्य महाभारत में दिल्ली को प्राचीन इन्द्रप्रस्थ, की राजधानी के रूप में जाना जाता है। उन्नीसवीं शताब्दी के आरंभ तक दिल्ली में इंद्रप्रस्थ नामक गाँव हुआ करता था।
अभी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की देखरेख में कराये गये खुदाई में जो भित्तिचित्र मिले हैं उनसे इसकी आयु ईसा से एक हजार वर्ष पूर्व का लगाया जा रहा है, जिसे महाभारत के समय से जोड़ा जाता है, लेकिन उस समय के जनसन्ख्या के कोई प्रमाण अभी नहीं मिले हैं। कुछ इतिहासकार इन्द्रप्रस्थ को पुराने क़िले के आस-पास मानते हैं।
पुरातात्विक रूप से जो पहले प्रमाण मिलते हैं उन्हें मौर्य-काल (ईसा पूर्व 300) से जोड़ा जाता है। तब से निरन्तर यहाँ ्जनसन्ख्या के होने के प्रमाण उपलब्ध हैं। 1966 में प्राप्त अशोक का एक शिलालेख(273 - 300 ई पू) दिल्ली में श्रीनिवासपुरी में पाया गया। यह शिलालेख जो प्रसिद्ध लौह-स्तंभ के रूप में जाना जाता है अब क़ुतुब-मीनार में देखा जा सकता है। इस स्तंभ को अनुमानत: गुप्तकाल (सन 400-600) में बनाया गया था और बाद में दसवीं सदी में दिल्ली लाया गया। अशोक के दो अन्य शिलालेख बाद में फ़िरोजशाह तुग़लक़ द्वारा दिल्ली लाया गया।
चंदरबरदाई की रचना पृथवीराज रासो में राजपूत राजा अनंगपाल को दिल्ली का संस्थापक बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि उसने ही 'लाल-कोट' का निर्माण करवाया था और लौह-स्तंभ दिल्ली लाया था। दिल्ली में राजपूतो का शासनकाल 900-1200 इसवी तक माना जाता है। 'दिल्ली' या 'दिल्लिका' शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम उदयपुर में प्राप्त शिलालेखों पर पाया गया, जिसका समय 1170 इसवी निर्धारित किया गया। शायद 1316 इसवी तक यह हरियाणा की राजधानी बन चुकी थी। 1206 इसवी के बाद दिल्ली सल्तनत की राजधानी बनी जिसमें खिलज़ी वंश, तुगलक़ वंश, सैयद वंश और लोधी वंश समते कुछ अन्य वंशों ने शासन किया।
ऐसा माना जाता है कि आज का आधुनिक दिल्ली बनने से पहले दिल्ली सात बार उजड़ी और बसी है जिनके कुछ अवशेष अब भी देखे जा सकते हैं।
- क़िला रायपिथौरा : राजपूतों के सबसे प्राचीन क़िले लाल कोट के समीप क़ुतुबुद्दीन ऐबक़ द्वारा निर्मित
- सिरी का क़िला, 1103 में अलाउद्दीन ख़िलज़ी द्वारा निर्मित
- तुग़लक़ाबाद, गयासुद्दीन तुग़लक़ (1321-1325) द्वारा निर्मित
- जहाँपनाह क़िला, मुहम्मद बिन तुग़लक़ (1325-1351) द्वारा निर्मित
- कोटला फ़िरोज़ शाह, फ़िरोजशाह तुग़लक़ (1351-1388) द्वारा निर्मित
- पुराना क़िला (शेरशाह सूरी) और दीनपनाह (हुमायूँ; दोनों उसी स्थान पर हैं जहाँ पौराणिक इंद्रप्रस्थ होने की बात की जाती है। (1538-1545)
- शाहजहानाबाद, शाहजहाँ (1638-1649) द्वारा निर्मित; इसी में लाल क़िला और चाँदनी चौक भी शामिल हैं।
सत्रहवीं सदी के मध्य में मुग़ल सम्राट शाहजहाँ (1628-1658) ने सातवीं बार दिल्ली बसायी जिसे शाहजहानाबाद के नाम से भी पुकारा जाता है। आजकल इसके कुछ भाग पुरानी दिल्ली के रूप मे सुरक्षित हैं। इस नगर में इतिहास के धरोहर अब भी सुरक्षित बचे हुये हैं जिनमें लाल क़िला सबसे प्रसिद्ध है। जबतक शाहजहाँ ने अपनी राजधानी आगरा में नहीं स्थानांतरित की पुरानी दिल्ली 1638 के बाद के मुग़ल सम्राटो की राजधानी रही। औरंगजेब (1658-1707) ने शाहजहाँ को गद्दी से हटाकर खुद को शालीमार बाग़ में सम्राट घोषित किया।
1857 के आंदोलन को पूरी तरह दबाने के बाद, अंग्रेजों ने जब बहादुरशाह ज़फ़र को रंगून भेज दिया उसके बाद भारत पूरी तरह से अंग्रेजो के अधीन हुआ। प्रारंभ में उन्होंने कलकत्ते (आजकल कोलकाता) से शासन संभाला परंतु 1911 में औपनिवेशिक राजधानी को दिल्ली स्थानांतरित कर दिया गया। बड़े स्तर पर महानगर के पुर्ननिर्माण की प्रक्रिया में पुराने नगर के कुछ भागो को ढहा दिया गया है।
[बदलें] अर्थतंत्र
मुंबई के बाद दिल्ली भारत के सबसे बड़े व्यापारिक महानगरो में से है। देश में प्रति व्यक्ति औसत आय की दृष्टि से भी यह देश के सबसे संपन्न नगरो में गिना जाता है। 1990 के बाद से दिल्ली विदेशी निवशेकों का पसंदीदा स्थान बना है। हाल में कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों जैसे पेप्सी, गैप, इत्यादि ने दिल्ली और उसके आस-पास के क्षेत्रों मे अपना मुख्यालय खोला है। क्रिसमस के दिन वर्ष 2002 में दिल्ली के महानगरी क्षेत्रों में दिल्ली मेट्रो रेल का शुभारम्भ हुआ जिसे वर्ष 2022 में पूरा किये जाने का अनुमान है।
हवाई यातायात द्वारा दिल्ली इन्दिरा गांधी अन्तरराष्ट्रीय विमानस्थल से पूरे विश्व से जुड़ा है।.
[बदलें] शिक्षा संस्थायें
दिल्ली की शिक्षा संस्थाओं में विद्यार्थी भारत के सभी भागो से आते हैं । यहां कई सरकारी एवं प्राइवेट सन्स्थान हैं जो कला ,विज्ञान, प्रोद्योगिकी, आयुरविग्यान, कानून और मैनेजमेंट में उच्च स्तर की शिक्षा देने के लिये विख्यात हैं ।
दिल्ली की कुछ प्रमुख शिक्षा संस्थायें हैं :
विश्वविद्यालय
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- गुरु गोविन्द सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जो इन्द्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी नाम से भी जानी जाती है)
- भारतीय प्रोद्योगिकी सन्स्थान (जो आई आई टी के नाम से भी जाना जाता है)
- इन्दिरा गांधी नैशनल ओपन यूनिवर्सिटी
- इन्स्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउन्टेन्ट्स ऑफ इन्डिया
- जामिया मिलिया इस्लामिया
- जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय
- द इन्डियन इन्स्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एण्ड मैनेजमेंट
विद्यालय
- केन्द्रीय विद्यालय
- डेल्ही पब्लिक स्कूल
- आर्मी पब्लिक स्कूल
- air force school
[बदलें] दर्शनीय स्थल
- बहाई मन्दिर
- बिरला मन्दिर
- कनॉट प्लेस
- गुरुद्वारा बंगला साहिब
- हुमायूँ का मकबरा
- इन्डिया गेट
- इन्टरनैशनल डॉल्स म्यूज़ियम
- जामा मस्जिद
- जन्तर मन्तर
- कालिन्दी कुन्ज
- लोधी गार्डेन
- मुग़ल गार्डेन
- नैशनल म्यूज़ियम
- नेहरू प्लैनटेरियम
- पुराना किला
- क़ुतुब मीनार
- राष्ट्रपति भवन
- लाल किला
- सफ़दरजंग का मकबरा
- संसद भवन
- तुग़लकाबाद का किला
- चांदनी चौक
- राज घाट
- शान्ति वन
[बदलें] प्रसिद्ध लोग
- अमीर खुसरो
- मिर्ज़ा ग़ालिब
- हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया
[बदलें] समाचारपत्र
- नवभारत टाइम्स
- संध्या टाइम्स
- द इकनोमिक टाइम्स
- द टाइम्स ऑफ इन्डिया
- हिन्दुस्तान टाइम्ज़
[बदलें] बाज़ार
चांदनी चौक, चावला, कनॉट प्लेस, जनपथ, करोल बाग, कमला नगर, खान मार्केट, लाजपत नगर सेन्ट्रल मार्केट, नजफ़गढ़, पालिका बाज़ार, साउथ एक्स्टेन्शन, वसन्त विहार, सरोजिनी नगर, द्वारका, तिलक नगर
[बदलें] बाहरी कड़ियाँ
[बदलें] साहित्य
- Y. D. Sharma, Delhi and its neighbourhood (New Delhi, Archaeological Survey of India 1990). -Historical architectural remains.
- William Darlymple, The City of Djinns:A Year in Delhi
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