बांग्लादेश
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National motto: None | ||||
राजभाषा | बांग्ला | |||
राजधानी | ढाका | |||
राष्टरपति | इजाउद्दीन अहमद | |||
प्रधानमंत्री | बेगम खालिदा जिया | |||
क्षेत्रफल - कुल - % जल |
९१ वां स्थान १४४,००० प्रति वर्ग किलोमीटर ७.0% |
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जनसँख्या - कुल (जुलाई 2004 est.) - घनत्व |
८ वाँ स्थान १४१, ३४०, ४७६ १,०५५/किलोमीटर; |
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आज़ादी |
पाकिस्तानसे मार्च २६, १९७१ |
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विजय दिवस |
१६ दिसंबर, १९७१ | |||
मुद्रा | टाका (BDT) | |||
समय क्षेत्र | ग्रीनविच मानक समय + ६ | |||
राष्टर गीत | आमार सोनार बांग्ला | |||
इंटरनेट डोमेन | .bd | |||
कालिंग कोड | ८८० |
बांग्लादेश गणतंत्र दक्षिण एशिया का एक प्रमुख देश है. 1971 से पाकिस्तान से अलग होने के बाद यह देश अस्तित्व में आया। बांग्लादेश के प्रादुर्भाव में भारत की काफी प्रमुख भूमिका रही है।
अनुक्रमणिका |
[बदलें] इतिहास
बांग्लादेश में सभ्यता का इतिहास काफी पुराना रहा है. आज के भारत का अंधिकांश पूर्वी क्षेत्र कभी बंगाल के नाम से जाना जाता था. बौद्ध ग्रंथो के अनुसार इस क्षेत्र में आधुनिक सभ्यता की शुरुआत ७०० इसवी इसा पू. में आरंभ हुआ माना जाता है. यहाँ की प्रारंभिक सभ्यता पर बौद्ध और हिन्दू धर्म का प्रभाव स्पष्ट देखा जा सकता है. उत्तरी बांग्लादेश में स्थापत्य के ऐसे हजारों अवशेष अभी भी मौज़ूद हैं जिन्हें मंदिर या मठ कहा जा सकता है.
बंगाल का इस्लामीकरण मुगल साम्राज्य के व्यापारियों द्वारा १३ वीं शताब्दी में शुरु हुआ और १६ वीं शताब्दी तक बंगाल एशिया के प्रमुख व्यापारिक क्षेत्र के रुप में उभरा. युरोप के व्यापारियों का आगमन इस क्षेत्र में १५ वीं शताब्दी में हुआ और अंततः १६वीं शताब्दी में ब्रिटिष इस्ट इंडिया कंपनी द्वारा उनका प्रभाव बढना शुरु हुआ. १८ वीं शताब्दी आते आते इस क्षेत्र का नियंत्रण पूरी तरह उनके हाथों में आ गया जो धीरे धीरे पूरे भारत में फैल गया. जब स्वाधीनता आंदोलन के फलस्वरुप १९४७ में भारत स्वतंत्र हुआ तब राजनैतिक कारणों से भारत को हिन्दू बहुल भारत और मुस्लिम बहुल पािकस्तान में विभाजित करना पड़ा.
भारत का विभाजन होने के फलस्वरुप बंगाल भी दो हिस्सों में बँट गया. इसका हिन्दु बहुल इलाका भारत के साथ रहा और पश्चिम बंगाल के नाम से जाना गया तथा मुस्लिम बहुल इलाका पूर्वी बंगाल पाकिस्तान का हिस्सा बना जो पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना गया. जमींदारी प्रथा ने इस क्षेत्र को बुरी तरह झकझोर रखा था जिसके खिलाफ १९५० में एक बड़ा आंदोलन शुरु हुआ और १९५२ के बांग्ला भाषा आंदोलन के साथ जुड़कर यह बांग्लादेशी गणतंत्र की दिशा में एक बड़ा आंदोलन बन गया. इस आंदोलन के फलस्वरुप बांग्ला भाषियों को उनका भाषाई अधिकार मिला. १९५५ में पाकिस्तान सरकार ने पूर्वी बंगाल का नाम बदलकर पूर्वी पाकिस्तान कर दिया. पाकिस्तान द्वारा पूर्वी पाकिस्तान की उपेक्षा और दमन की शुरुआत यहीं से हो गई. और तनाव स्त्तर का दशक आते आते अपने चरमोत्कर्ष पर पहुँच गया. पाकिस्तानी शासक याहया खाँ द्वारा लोकप्रिय अवामी लीग और उनके नेताओं को प्रताड़ित किया जाने लगा. जिसके फलस्वरुप बंगबंधु शेख मुजीवु्ररहमान की अगुआई में बांग्लादेशा का स्वाधीनता आंदोलन शुरु हुआ. बांग्लादेश में खून की नदियाँ बही. लाखों बंगाली मारे गये तथा १९७१ के खूनी संघर्ष में दस लाख से ज्यादा बांग्लादेशी शरणार्थी को पड़ोसी देश भारत में शरण लेनी पड़ी. भारत इस समस्या से जूझने में उस समय काफी परेशानियों का सामना कर रहा था और भारत को बांग्लादेशियों के अनुरोध पर इस सम्स्या में हस्तक्षेप करना पड़ा जिसके फलस्वरुप १९७१ का भारत पाकिस्तान युद्ध शुरु हुआ. बांग्लादेश में मुक्ति वाहिनी सेना का गठन हुआ जिसके ज्यादातर सदस्य बांग्लादेश का बौद्धिक वर्ग और छात्र समुदाय था, इन्होंने भारतीय सेना की मदद गुप्तचर सूचनायें देकर तथा गुरिल्ला युद्ध पद्ध्ति से की. पाकिस्तानी सेना ने अंतत: १६ दिसंबर १९७१ को भारतीय सेना के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. लगभग ९३००० युद्ध बंदी बनाये गये जिन्हें भारत में विभिन्न कैम्पों मे रखा गया ताकि वे बांग्लादेशी क्रोध के शिकार न बनें. बांग्लादेश एक आज़ाद मुल्क बना और मुजीबुर्र रहमान इसके प्रथम प्रधानमंत्री बने.
[बदलें] राजनीति
देश की राजनीति में राष्ट्रपति सांवैधानिक प्रधान होता है जबकि प्रधानमंत्री देश का प्रशासनिक प्रमुख होता है। राष्ट्रपति को हर पाँच साल बाद चुना जाता है। प्रधानमंत्री की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है, प्रधानमंत्री ऐसे व्यक्ति को चुना जाता है जो उस समय संसद का सदस्य हो और राष्ट्रपति को विश्वास दिलाये कि उसे संसद में बहुमत का समर्थन हासिल है। प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों की कैबिनेट गठित करता है जिसके नियुक्ती की मंजूरी राष्ट्रपति देता है।
बांग्लादेश की संसद को जातीय संसद कहा जाता है जिसके 300 सदस्य प्रत्यक्ष मतदान द्वारा चुनकर आते हैं, और पाँच साल तक अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। देश की सबसे बड़ी वैधानिक संस्था बांग्लादेशी सर्वोच्च न्यायालय जिसके प्रधान न्यायाधीश और अन्य न्यायधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति करता है।
[बदलें] क्षेत्र
बांग्लादेश को छः उपक्षेत्रों में बांटा गया है जिनका नाम उन राज्यों की राजधानियों के नाम पर रखा गया है.
- बारीसाल उपक्षेत्र
- चटगाँव उपक्षेत्र
- ढाका उपक्षेत्र
- खुलना उपक्षेत्र
- राजशाही उपक्षेत्र
- सिलहट उपक्षेत्र
देखें: बांग्लादेश के शहर.
[बदलें] भूगोल
बांग्लादेश का अधिकतर हिस्सा समुद्र की सतह से बहुत कम ऊँचाई पर स्थित है। ज्यादातर हिस्सा भारतीय उपमहाद्वीप में नदियों के मुहाने पर स्थित है जो सुंदरवन के नाम से जाना जाता है। ये मुहाने गंगा (स्थानीय नाम पद्मा नदी), ब्रम्हपुत्र, यमुना और मेघना नदियों के हैं जो बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में अवस्थित हैं जो ज्यादातर हिमालय से निकलती हैं। बांग्लादेश की मिट्टी बहुत ही उपजाऊ है लेकिन बाढ और अकाल दोनों से काफी प्रभावित होती रहती है। पहाड़ी क्षेत्र सिर्फ़ चिटागांग जिले में स्थित हैं जिसकी सबसे ऊँची चोटी केओक्रादांग 1,230 मीटर ऊँची है जो सिलहट मंडल के दक्षिण पूर्व में स्थित है।
बांग्ला देश की जलवायु उष्णकटिबंधीय जलवायु है, यहाँ अक्तूबर से मार्चतक जाड़े का मौसम होता है। मार्च से जून तक उमस भरी गर्मी होती है और मार्च से जून तक मानसून के मौसम की बारिश होती है। बांग्लादेश को प्राय: हर साल चक्र्वातीय तूफान का सामन करना पड़ता है। मिट्टी का अपरदन और वनों की अंधाधुंध कटाई यहाँ की कुछ बड़ी समस्याएँ हैं। ढाका यहाँ का सबसे बड़ा शहर है, अन्य बड़े शहरों में चिटागांग, राजशाही, और खुलना हैं. चिटागांग के दक्षिण में स्थित काक्स बाजार विश्व के सबसे लंबी बीच में से एक है।
[बदलें] अर्थ जगत
Despite sustained domestic and international efforts to improve economic and demographic prospects, Bangladesh remains a poor, overpopulated, and ill-governed nation. Although more than half of GDP is generated through the service sector, nearly two-thirds of Bangladeshis are employed in the agriculture sector, with rice as the single most important product.
Major impediments to growth include frequent cyclones and floods, inefficient state-owned enterprises, mismanaged port facilities, a rapidly growing labour force that cannot be absorbed by agriculture, inefficient use of energy resources (such as natural gas), insufficient power supplies, and slow implementation of economic reforms, caused by political infighting and corruption. In 2001, 2002, and 2003, Transparency International's surveys ranked Bangladesh as the world's most corrupt country.
Since June 2004 Bangladesh has been ravaged by its worst floods in 6 years, which have killed 628 people so far and covered about sixty percent of the country. About 20 million people are in need of food aid on account of damaged crops, and the textile industry which earns 80% of the country's export earnings has been disrupted. Officials estimate that the damage incurred could approach US$7 billion [[1]].
[बदलें] लोग
Apart from very small countries such as Singapore and Bahrain, Bangladesh is the most densely populated country in the world. The nation, at 955 persons per square km, has often been compared to Indonesia's Java.
Bangladesh is ethnically homogenous, with Bengalis comprising 98% of the population. The vast majority speak Bangla, or Bengali. The remaining two percent are Urdu-speaking, non-Bengali Muslims from other regions of India such as Bihar. A small number of tribal groups inhabit the Chittagong Hill Tracts in the southeast.
Most Bangladeshis (about 83%) are Muslims, but Hindus constitute a sizable (16%) minority. There are also a small number of Buddhists, Christians, and Animists. Bengali, an Indo-Aryan language, is written in a script similar to Devanagari. It is the official language, though English is accepted in official tasks and in (higher) education.
Bangladesh is plagued by overpopulation. In 1992, the government began promoting birth control to slow growth, but with limited success. Many are landless or forced to inhabit hazardous flood-plains, with the consequence of rampant water-borne disease. In an effort to stem the spread of pathogens like cholera and dysentery, international organizations began to promote well-drilling throughout the nation. Several years after wide-spread implementation of the programme, over a quarter of the population exhibited symptoms of arsenic poisoning. High levels of naturally occurring arsenic in the water table had not been accounted for. The effects of arsenic-tainted water still remain a problem.
[बदलें] संसकॄति
- बांग्लादेशियों की सूची
- बांग्लादेश का संगीत
- बांग्लादेश में इस्लाम
[बदलें] राजनैतिक दल
- बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टिइ
- आवामी लीग
- जमात-ए-इस्लामी
- जातीय पार्टी
- कम्यूनिस्ट पार्टी आफ बांग्लादेश
[बदलें] विविध
- बांग्लादेश में संचार व्यवस्था
- बांग्लादेश में यातायात
- बांग्लादेश की सेना
- बांग्लादेश वायु सेना
- बांग्लादेश के विदेशों से संबंध
- बांग्लादेश में आधिकारिक अवकाश
[बदलें] बाहरी कड़ियाँ
जंबुद्वीप के राष्ट्र |
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